जौनपुर। जनपद मुख्यालय पर सोमवार की सुबह लगभग पौने 11 बजे के आसपास एक प्राइवेट अस्पताल के पास थाना कोतवाली क्षेत्र के नईगंज में गोलियों की तड़तड़ाहट से अफरातफरी मच गई और दादी एवं पौत्र गम्भीर रूप से जख्मी हो गए एक बार फिर इलाका दहशत में आया है। घटना को अंजाम देने के पश्चात नकाबपोश बदमाश हवा में असलहा लहराते हुए फरार हो गए। बदमाशो ने फिर जिले की पुलिसिंग और कानून व्यवस्था को चुनौती दे दी है। दोनो घायलो की हालत गम्भीर देखते हुए ट्रॉमा सेंटर वाराणसी उपचार के लिए भेजा गया है। पुलिस अब बदमाशो को पकड़ने के लिए टीम गठित कर दबिश देना शुरू कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक दादी कलावती और पोता शनी यादव पुत्र राजेन्द्र यादव का नईगंज में कटरा है। इसमें कई दुकानें हैं। 16 सितम्बर सोमवार की सुबह लगभग पौने 11 बजे के आसपास गमछे से मुंह बांधे बाइक सवार दो बदमाश वहां पहुंचे और दादी- पोते को गोली मार दी। शनी यादव के बाएं पैर में घुटने के पास और पीठ पर गोली लगी। जबकि दादी कलावती के बाएं पैर में गोली लगी। घटना के समय दोनों आसपास ही बैठे थे। जिससे दोनों घायल हो गये मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने आनन- फानन दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां पोते की हालत गंभीर होने के कारण उसे वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।जिस युवक को गोली लगी है वह मूल रूप से थाना सिकरारा क्षेत्र के बरईपार का रहने वाला है। गोलीकांड की खबर मिलने के बाद
सीओ सिटी देवेश सिंह मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करने के बाद बताया कि आज करीब सुबह 10:55 पर कोतवाली थाना क्षेत्र के नईगंज मोहल्ले में दुकान पर बैठे शनि यादव और उनकी दादी कलावती यादव को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी दोनों घायलों की स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल पहुंचाया गया वहां के डॉक्टरों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए वाराणसी के ट्रामा सेंटर भेज दिया सीसी टीवी फुटेज के आधार पर कुछ साक्ष्य मिले है पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है अपराधी जल्द ही पकड़ा जाएगा,दोपहर एक बजे पुलिस अधीक्षक, डा0 अजय पाल शर्मा द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर पुलिस टीम को जल्द ही अपराधियों को पकड़ने का आदेश दिया गया है।यहां यह भी बता दें कि पुलिस अधीक्षक क द्वारा लगातार बदमाशो के खिलाफ आपरेशन लंगड़ा चलाते हुए घुटने के नीचे गोली मारने का क्रम जारी है लेकिन इसका न तो अपराध में कोई कमी आ रही है न ही अपराधियों में कोई दहशत है। इससे यह संकेत मिलता है कि पुलिस का आपरेशन लंगड़ा में कहीं न कहीं कोई कमी जरूर है असली अपराधी इस आपरेशन की जद में नहीं आ रहे है। जो भी हो गोलियों के तड़तड़ाहट की गूंज जनपद में लगभग 15 से 20 दिनो के अंतराल पर कहीं न कहीं सुनने को जरूर मिलती है।
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